Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Sep 2021 · 1 min read

জীবন কারোর সোজা নয় , আঁকা বা বাঁকা নয় ,

জীবন কারোর সোজা নয় ,
আঁকা বা বাঁকা নয় ,
**********************

জীবন কারোর সোজা নয় ,
আঁকা বা বাঁকা নয়
নিজস্ব মহিমায় সে আসে,
জন্ম , বিবাহ , মৃত্যু
চকিতে চমকিতে, নিজের প্রবাহে ভাসে

তার মানে নয়, মাঝের সময় , শুন্যতে সে দোলে,
তার মানে নয় , যা পেয়েছি ,
তাই ফেলবো দূরে ঠেলে ৷

নিজের সাথে খেলা ,সে ইচ্ছা অবহেলে
ধাঁধাঁ জাগে বোধ এসে ৷

এতো বড় উপহার ,নিতে যদি হয়ে ভার,
হেরে গিয়ে কি হবে শেষে !

জীবন কারোর সোজা নয়
আঁকা বা বাঁকা নয় ……

যদি চাও সুখী জীবন ,
হেঁসে নিতে হবে ,
জীবনের ব্যথা ও ক্রন্দন ।
দুঃখ বিলাপ না হলে জীবনে ,
পাবে কি সুখের মর্যাদা ?

ওঠো অবহেলা ছাড়ো ,
করো জীবন কে আবরণ
সুখী হবে , শান্তি পাবে ,
জীবন অলংকরণ ৷

জীবন কারোর সোজা নয়
আঁকা বা বাঁকা নয় ,……..

Language: Bengali
2 Likes · 2 Comments · 307 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*सांच को आंच नहीं*
*सांच को आंच नहीं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
महादान
महादान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अनचाहे अपराध व प्रायश्चित
अनचाहे अपराध व प्रायश्चित
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आंखों में
आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
मेरी औकात के बाहर हैं सब
मेरी औकात के बाहर हैं सब
सिद्धार्थ गोरखपुरी
शब्द से शब्द टकराए तो बन जाए कोई बात ,
शब्द से शब्द टकराए तो बन जाए कोई बात ,
ज्योति
नकाबे चेहरा वाली, पेश जो थी हमको सूरत
नकाबे चेहरा वाली, पेश जो थी हमको सूरत
gurudeenverma198
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जरूरत से ज्यादा मुहब्बत
जरूरत से ज्यादा मुहब्बत
shabina. Naaz
2934.*पूर्णिका*
2934.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
Seema Verma
फ़ना
फ़ना
Atul "Krishn"
💐अज्ञात के प्रति-69💐
💐अज्ञात के प्रति-69💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ सबसे ज़रूरी।
■ सबसे ज़रूरी।
*Author प्रणय प्रभात*
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
PK Pappu Patel
अनघड़ व्यंग
अनघड़ व्यंग
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पापी करता पाप से,
पापी करता पाप से,
sushil sarna
"कुछ रास्ते"
Dr. Kishan tandon kranti
रंगों में भी
रंगों में भी
हिमांशु Kulshrestha
I thought you're twist to what I knew about people of modern
I thought you're twist to what I knew about people of modern
Sukoon
उसका चेहरा उदास था
उसका चेहरा उदास था
Surinder blackpen
*आसमान से आग बरसती【बाल कविता/हिंदी गजल/गीतिका 】*
*आसमान से आग बरसती【बाल कविता/हिंदी गजल/गीतिका 】*
Ravi Prakash
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वसुत्व की असली परीक्षा सुरेखत्व है, विश्वास और प्रेम का आदर
वसुत्व की असली परीक्षा सुरेखत्व है, विश्वास और प्रेम का आदर
प्रेमदास वसु सुरेखा
।।बचपन के दिन ।।
।।बचपन के दिन ।।
Shashi kala vyas
मेरी देह बीमार मानस का गेह है / मुसाफ़िर बैठा
मेरी देह बीमार मानस का गेह है / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
Kanchan Khanna
चौपाई छंद में मान्य 16 मात्रा वाले दस छंद {सूक्ष्म अंतर से
चौपाई छंद में मान्य 16 मात्रा वाले दस छंद {सूक्ष्म अंतर से
Subhash Singhai
जय श्री राम
जय श्री राम
Neha
ताक पर रखकर अंतर की व्यथाएँ,
ताक पर रखकर अंतर की व्यथाएँ,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
Loading...